Chhattisgarh

बड़ी ख़बर : पुलिस परिवार के महासम्मेलन को रोकने की रची जा रही है शाजिस… दुर्ग जिले के प्रशासनिक अधिकारियों पर लगा आरोप… विवेकानन्द भवन के मेन गेट पर लगवाया ताला

दुर्ग, आज दुर्ग में उज्जवल दीवान की अध्यक्षता में होने वाले पुलिस परिवार के महासम्मेलन को रोकने के लिए दुर्ग पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल, कलेक्टर अभिजीत सिंह और नगर निगम आयुक्त सुमित अग्रवाल षडयन्त्र रच कर सम्मेलन को खराब करने की तैयारी कर रहे हैं, नगर निगम आयुक्त ने विवेकानन्द भवन के मेन गेट में ताला लगवा दिया है जिसके कारण पुलिस परिवार के लोग परेशान हो रहे हैं अगर पुलिस परिवार का कार्यक्रम खराब होता है तो छत्तीसगढ़ सरकार की बहुत ज्यादा किरकिरी होनी तय है। एक ओर जहाँ भारत देश के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ दौरे में हैं और पुलिस फोर्स के कामयाबी की बात करते नही थक रहे हैं वहीं दूसरी तरफ दुर्ग में पुलिस परिवार के महासम्मेलन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है, लाखों रुपये खर्च हो चुके हैं और आमंत्रण बंट चुके हैं लेकिन इस कार्यक्रम को रोकने के लिए दुर्ग जिला प्रशासन द्वारा बड़ा षडयंत्र रचा जा रहा है जिसमें अहम भूमिका दुर्ग पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल की है जो व्यक्तिगत रूप से किसी भी तरह पुलिस परिवार के महासम्मेलन को रोकना चाह रहे हैं और इसके लिए दुर्ग कलेक्टर और दुर्ग नगर निगम आयुक्त उनका पूरा साथ दे रहे हैं।

 

सम्मेलन के लिए 11/9/2025 को पुलिस परिवार ने स्वामी विवेकानंद भवन की एडवांस बुकिंग करवाई थी और पूरे पैसे जमा कर दिए गए थे उसके बाद उन्हें बुकिंग की रसीद प्रदान की थी लेकिन अब अचानक 3/10/2025 को नगर निगम दुर्ग के आयुक्त भवन बुकिंग के लिए पुलिस और एसडीएम का अनापत्ति प्रमाण पत्र मांग रहे हैं जबकि आज तक नगर निगम का भवन बुकिंग कन्फर्म होने के बाद दुर्ग निगम के द्वारा बुकिंगकर्ता से ऐसी कोई मांग नही की गई है। दूसरी तरफ एसपी के दिशानिर्देश में पद्मनाभपुर थाना प्रभारी ने प्रतिवेदन दिया है कि ईसाई समाज का प्रार्थना सभा होता है उसकी व्यवस्था करनी है इसलिए पुलिस परिवार को कार्यक्रम ना करने दिया जाए और जब भवन के अंदर शांतिपूर्ण कार्यक्रम किया जाता है तो उसकी सूचना मात्र कलेक्टर या एसडीएम को दी जाती है, ऐसे कार्यक्रमों में परमिशन की आवश्यकता नही होती है। पुलिस परिवार ने अपने आवेदन में जब स्पष्ट बता दिया है कि किसी भी प्रकार का ध्वनि विस्तारक यन्त्र का प्रयोग नही किया जाएगा और ना ही किसी प्रकार का कोई धरना या रैली होगी और ना ही कोई मांग की जाएगी यह सम्मेलन मात्र परिवार के लोगों को आपस मे मिलाने के लिए किया जा रहा है जिससे आपकी पारिवारिक सम्बन्ध मजबूत बना रहे।

 

महासम्मेलन में पूरे छत्तीसगढ़ से पुलिस परिवार के लोग इकट्ठा हो रहे हैं। और इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, गृहमंत्री विजय शर्मा और समस्त कैबिनेट मंत्रीयों, सांसदों, पक्ष-विपक्ष सहित प्रदेश व दुर्ग शहर के सभी गणमान्य नागरिकों को आमंत्रित किया गया है और जिसमें लगभग सभी ने कार्यक्रम में आने की सहमति दी है यदि कार्यक्रम को जिला प्रशासन द्वारा रोका जाता है तो छत्तीसगढ़ सरकार को पुलिस परिवार की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है और इसका परिणाम क्या होगा यह सभी को अच्छी तरह से पता है क्योंकि इसके पहले भी 2018 और 2022 में पुलिस परिवार के कार्यक्रम को सरकार द्वारा रोका गया था तब दोनों बार सत्ता परिवर्तन हुआ था और पूरे भारत देश में छत्तीसगढ़ सरकार की किरकिरी हुई थी। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि दुर्ग जिला प्रशासन शांति पूर्वक पुलिस परिवार का सम्मेलन होने देता है या पुलिस परिवार के सदस्यों को परेशान कर के सरकार के लिए नई मुसीबत खड़ा करता है। और सरकार के लिए बेवजह का परेशानी खड़ा करने वाले अधिकारियों को सरकार अपने सिर आंखों में बैठा कर रखती है या उन्हें उनके गलती के लिए असली मुकाम पर पहुँचा कर उचित कार्यवाही कर हटाती है और सरकार के लिए जबरन परेशानी खड़ा करने वाले अधिकारियों के लिए उदाहरण पेश करती है ।

 

संगठन के अध्यक्ष उज्जवल दीवान ने बताया कि जब वह दुर्ग एसपी को कार्यक्रम का आमंत्रण पत्र देने गए थे तब दुर्ग एसपी ने आमंत्रण पत्र लेने से मना कर दिया और कहा कि पहले कार्यक्रम करने का परमिशन ले कर आओ उसके बाद से ही उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया गया है जबकि बन्द स्थान पर शांतिपूर्वक किये जाने वाले कार्यक्रमों के लिए अनुमति की आवश्यकता नही होती है सिर्फ सूचना देनी पड़ती है जो कि उन्होंने कलेक्टर और एसडीएम को पहले ही दे दिया है। उज्जवल दीवान ने बताया कि यदि किसी दुश्मन को भी आमंत्रण पत्र दिया जाता है तो वह उसे स्वीकार करता है भले ही कार्यक्रम में ना जाए, परंतु दुर्ग एसपी ने आमंत्रण नही लिया और कार्यक्रम की अनुमति लेने के लिए बोला वहीं समझ आ गया कि दुर्ग एसपी पुलिस परिवार के सम्मेलन कार्यक्रम को रुकवाना चाहते हैं क्योकि वे तृतीयश्रेणी के पुलिसकर्मियों के भला नही चाहते हैं और अंग्रेजों की तानाशाही पुलिसकर्मियों पर जबरन थोपना चाहते हैं, कार्यक्रम की पूरी तैयारी हो चुकी है मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, समेत सभी नेताओं को आमंत्रित किया जा चुका है इसके बारे में दुर्ग एसपी को पूरी जानकारी है उसके बावजूद पद्मनाभपुर थाना प्रभारी के ऊपर दबाव बना कर मसीही समाज और बजरंग दल के नाम पर बन्द स्थान में शांतिपूर्ण होने वाले सम्मेलन को अनुमति नही देने वाली अनुशंसा करवाना बहुत गलत है और अचानक से नगर निगम आयुक्त दुर्ग के द्वारा अचानक थाना प्रभारी और एसडीएम का अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगना यह और दिनांक 04/10/2025 के रात लगभग 9:30 बजे दुर्ग एसडीएम के द्वारा पुलिस के प्रतिवेदन आधार पर कार्यक्रम करने की अनुमति नही देना साबित करता है कि ये सभी आपस मे मिलकर पुलिस परिवार के सम्मेलन कार्यक्रम को रोकना चाहते हैं और अब कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव की स्थिति में कार्यक्रम को दुर्ग जिला प्रशासन द्वारा जबरन रोका जाता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी दुर्ग एसपी, कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त की होगी इसके लिए सँयुक्त पुलिस कर्मचारी एवँ परिवार कल्याण संघ किसी भी प्रकार से जिम्मेदार नही होगा।