प्रकृति की गोद में बसे खुड़िया डैम को देखने जुट रही है पर्यटकों की भीड़, देखें VIDEO
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड में स्थित राजीव गांधी जलाशय (खुड़िया डैम) का ओवरफ्लो (उलट) बरसात के मौसम में लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है.
इन दिनों हरियाली से भरे जंगल के बीच से बहता खुड़िया डैम का ओवरफ्लो (उलट) पानी को देखने मुंगेली जिले के अलावा अन्य जिले से भी लोग पहुंच रहे हैं इसके साथ ही खुड़िया माता रानी मंदिर में बगल से बहते नाले की खूबसूरती का लुफ्त उठाते हैं. इन दिनों बरसात के मौसम में खुड़िया डैम की खूबसूरती देखते ही बन रही है. यहां काफी लोग खूबसूरत नजारे का लुफ्त उठाने और पिकनिक मनाने आते हैं. इन दिनों की यही स्थिति है. रोजाना डैम के पास परिवार, दोस्त संग लोग भारी संख्या में पहुंच रहे हैं और खूबसूरत समय व्यतीत कर रहे हैं. इस डैम के पास अच्छी सुविधा होने के कारण स्थानीय लोग और दूर दूर से पर्यटक घूमने आते हैं. डैम के आसपास हरे भरे जंगल और चहचहाते चिड़ियों का झुंड और डैम का पानी मनमोहक दृश्य का निर्माण करता है .
वही नानवेज खाने वाले इस डैम में ताजी मछली के जायके का लुफ़्त उठाते हैं . यहां पर्यटकों को खुड़िया डैम की ताजी मछली लुभाती हैं. ये कुल मिलाकर एक शांत वातावरण के लिए उपयुक्त स्थान है. यहां तक बाइक, बस या खुद की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था से आसानी से पहुंचा जा सकता है. राजीव गांधी जलाशय से निकटम बस स्टैंड खुड़िया है. लोरमी बस स्टेशन और मुंगेली बस स्टेशन है. वहीं निकटतम हवाई अड्डा बिलासपुर का है.
राजीव गांधी जलाशय (खुड़िया जलाशय) :
इस जलाशय का निर्माण तीन प्राकृतिक पहाड़ियों को जोड़कर किया गया है। इन तीनों पहाड़ियो के मध्य से होकर मनियरी नदी बहती है। अंग्रेजी शासन काल में कृषि की संभावनाओं को देखते हुये इन तीन पहाड़ियों को जोड़कर बांध बनाने की प्रक्रिया 1927 मे शुरू हुयी, जो तीन साल बाद 1930 मे पूरी हुयी बाद मे इसका नाम राजीव गांधी जलाशय कर दिया गया। खुड़िया ग्राम मे यह बांध निर्मित होने के कारण यह बांध खुड़िया जलाशय के नाम से भी जाना जाता है। मुंगेली लोरमी एवं ब्लॉक के किसान कृषि के लिए मुख्यतः राजीव गांधी जलाशय पर ही आश्रित है।