जैन मुनि अपहरण एवं हत्या के विरोध में आतंकवाद का किया गया पुतला दहन..

जगदलपुर inn24 जैन धर्म के पदाधिकारी अनूप जैन एवं विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने कहा कि गत बुधवार को कर्नाटक के बेलगावी के चिकोड़ी में दिगम्बर जैन मुनि आचार्य श्री काम कुमार नदी की नृशंस हत्या ने सम्पूर्ण भारत के धार्मिक व अध्यात्मिक जगत को स्तब्ध कर दिया है। घटना की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुये विश्व भर को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले पूज्य जैन मुनि आचार्य का अपहरण और उसके बाद जिहादियों द्वारा उनके पावन शरीर के टुकड़े-टुकड़े करना कहीं ना कहीं राज्य की सत्तारूढ़ सरकार की हिन्दू विरोधी नीतियों का ही परिणाम प्रतीत होता है। जैन मुनि गत 15 वर्षो से आनंद पर्वत पर प्रवास कर स्थानीय समाज की सेवा कर रहे थे।
कर्नाटक में नई सरकार के मंत्रियों ने कभी गौ हत्या विरोधी तो कभी धर्मान्तरण विरोधी कानूनों को हटाने की बात की है, तब से राज्य में धर्म द्रोही, राष्ट्र विरोधी शक्तियों के दुस्साहस बढ़े है। इन समाज कंटक अपराधियों पर अंकुश लगाकर हत्यारों व उनके सहयोगियों को विधि सम्मत अविलम्ब मृत्युदण्ड से दण्डित किया जाए।विश्व हिन्दू परिषद व सकल जैन समाज ने मांग की है कि घटना पर राज्य सरकार को हिन्दू जैन समाज से क्षमा मांगते हुये अपनी हिन्दू द्रोही मानसिकता से बाहर आना चाहिये ।इस क्रम में विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल व सकल जैन समाज जगदलपुर द्वारा संयुक्त रूप से विरोध प्रतीक स्वरूप यह कार्य किया जाना निश्चित किया गया है।