जंगल में संदिग्ध परिस्थितियों में मिला हाथी के शावक का शव , हाथी के गले और पैर में चोट के निशान … करंट तार की चपेट में आने की आशंका
मुंगेली जिले के लोरमी वन परिक्षेत्र अन्तर्गत परसापारा में हाथी के बच्चे का शव मिला है। जिसके सिर और गर्दन के हिस्से पर चोट के निशान है। आशंका जताई रहा है कि शिकारियों के बिछाए हुए करेंट के तार की चपेट में आकर हाथी के बच्चे की मौत हुई है। ये शव लोरमी इलाके में आने वाले टिंगीपुर इलाके में हाथी के नन्हे शावक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत का मामला सामने आया है. प्रथम दृष्टया वन क्षेत्र में जंगली जानवरों की शिकार के लिए बिछाए गए करंट तार की चपेट में आने से नन्हे हाथी की मौत हुई है
घटना टिंगीपुर इलाके के परसापारा यादव गांव की है, प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो मरने वाले नन्हें हाथी का शव करीब 2 से 3 दिन पुराना है. हाथी के गले और पैर में चोट के निशान दिखाई दे रहे हैं. इधर इस घटना से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. ग्रामीणों की सूचना पर ATR सहित मुंगेली और बिलासपुर वनमण्डल के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी के साथ डॉक्टरों की टीम मौके पर पहुंचकर कार्रवाई में जुट गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा कि नर हाथी की मौत कैसे हुई है.इस पूरे मामले में देखना होगा कि वन विभाग द्वारा कब तक मौत के कारणों का खुलासा किया जाएगा. वहीं यदि करंट तार की चपेट में आने से मौत हुई है, तो जिम्मेदारों पर विभाग कब तक क्या कार्रवाई करती है