
छत्तीसगढ़ राज्य अधिवक्ता परिषद के बहु प्रतीक्षित निर्वाचन परिणाम के धुंध छंटने लगे है, और वकीलों के इस प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में आज कमल किशोर पटेल ने प्रथम निर्वाचित प्रत्याशी का तमगा अपने नाम हासिल कर लिया उनके स्टेट बार के चुनाव में शानदार जीत पर विभिन्न जिलों से शुभचिंतकों की ओर से बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है और उम्मीद की जा रही है कि कमल किशोर पटेल राज्य अधिवक्ता परिषद के अध्यक्ष के सशक्त प्रत्याशी हो सकते हैं। इस संबंध में अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के जिलाध्यक्ष एवं उच्च न्यायालय अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने कमल की जीत पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया कि वर्तमान में जब स्टेट बार के चुनाव में जातिगत समीकरण महत्वपूर्ण फेक्टर रहा है तो वहीं कमल किशोर को उसके व्यक्तिगत संबंधों के साथ ही उनके निज अघरिया समाज के एकमात्र प्रत्याशी होने का निश्चित रूप से लाभ मिला है जो पहली बार अघरिया बाहुल्य क्षेत्र में अघरिया समाज के प्रत्याशी के रूप में कमल को प्राप्त प्रथम वरीयता के मतों से अच्छी बढ़त मिली और कमल शीर्ष पर पहुंचे तब से कमल किशोर पटेल ने पलट कर नहीं देखा और अंततः स्टेट बार 2025 के चुनाव सर्वप्रथम कमल खिल गया।
स्टेट बार के प्रेसिडेंट हेतु कमल की दावेदारी को लेकर अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने बताया कि अगर निर्वाचित वरिष्ठ सदस्यों का साथ मिला तो निश्चित रुप से छत्तीसगढ़ स्टेट बार को पहली बार सबसे युवा अध्यक्ष मिलेगा जिसने चुनाव मैदान में उतरते ही पहले दिन स्टेट बार काउंसिल से कोई मानदेय नहीं लेने की घोषणा कर अधिवक्ता हित में काम करने की इच्छा जताई है।
विदित हो कि अधिवक्ताओं के बीच निर्वाचन दिवस से ही सर्वाधिक मतों से कमल किशोर पटेल के विजय की चर्चा होती रही है जो अंततः स्टेट बार छत्तीसगढ़ के सदस्य निर्वाचित होने के लिए जादुई मत को हासिल कर सर्व प्रथम स्टेट बार चुनाव 2025 के सर्वप्रथम निर्वाचित सदस्य बन गए हैं।





