
गेवरा संकुल में संकुल स्तरीय अंगना में शिक्षा कार्यक्रम का भव्य आयोजन
शासकीय माध्यमिक एवं प्राथमिक शाला गेवरा में संकुल स्तरीय “अंगना मा शिक्षा” कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया कार्यक्रम के अंतर्गत माता उन्मुखीकरण के साथ ही साथ सावन उत्सव का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के सीखने का स्तर एवं शिक्षा गुणवत्ता को शाला प्रवेश से पूर्व ही किस प्रकार घर पर ही विकसित किया जा सके, इस पर माताओं को जागरूक करने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम को रोचक बनाने के लिए उपस्थित माताओं के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम व विभिन्न रोचक खेल प्रतियोगिता भी रखी गई थी।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के पूजा अर्चना के साथ हुआ तत्पश्चात उपस्थित सभी माताओं का तिलक लगाकर स्वागत किया गया साथ ही सभी ने अपना परिचय भी दिया।
नवचरात्मक गतिविधि के रूप में माताओं के लिए विभिन्न प्रकार के खेल, अंगना मां शिक्षा काउंटर, कुर्सी दौड़, सामूहिक नृत्य एवं माताओं का रैंप वॉक जैसी रोचक गतिविधियां कराई गई जिसमें सभी माताओं ने हरी साड़ी पहनकर अपनी उपस्थिति दी जिससे कार्यक्रम की रौनकता में चार चांद लग गए। आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम स्थान श्रीमती लक्ष्मी नामदेव एवं द्वितीय स्थान श्रीमती दुर्गेश्वरी कश्यप को प्रदान किया गया साथ ही उपस्थित सभी माताओं को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम में श्रीमती लक्ष्मी नामदेव को “स्मार्ट माता” एवं श्रीमती मंजू कुजूर मैडम को “सावन क्वीन” की उपाधि से नवाजा गया। कार्यक्रम के पश्चात सभी को स्वल्पाहार का वितरण किया गया। कार्यक्रम के अंत में श्रीमती मंजू कुजूर मैडम के द्वारा उपस्थित सभी माताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम में संकुल की सैकड़ो महिलाओं ने अपनी उपस्थिति एवं सहभागिता प्रदान की साथ ही सभी ने मुक्त कंठ से कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की साथ ही संकुल की शिक्षिकाओं के इस अनोखे प्रयास की सराहना की।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संकुल नोडल प्राचार्य श्री गोपाल सिंह कंवर सर, संकुल समन्वयक श्री विजय कुर्रे, श्रीमती राजेश्वरी पांडेय, श्रीमती स्वाति मिश्रा, श्रीमती इंद्राणी पांडे, श्रीमती ईश्वरी तिवारी, श्रीमती अनीता रात्रे, श्रीमती सरिता आदिले, श्रीमती सुषमा कश्यप, श्रीमती जया वैष्णव, श्रीमती प्रेमलता दिव्य, श्रीमती सीमा चंद्रा, श्रीमती कमला सारथी, सुश्री सानिया कुर्रे एवं श्री अभय यादव का उल्लेखनीय योगदान रहा।