खबर का असर : बुध केयर अस्पताल की लापरवाही से हुई मासूम की मौत , प्रशासन ने किया सील , SDM से बदसलूकी पुलिस हिरासत में डॉक्टर
मुंगेली/लोरमी .जिले के लोरमी थाना क्षेत्र में inn24news.in की खबर का असर हुआ है. बुध केयर अस्पताल में एक नवंबर को मस्तिष्क ज्वर झटके से पीड़ित बांधी गांव के 7 वर्षीय बालक धनंजय पिता ओंकार की मौत गलत इलाज करने से हुई थी. यह अस्पताल बिना लाइसेंस के चल रहा था. इसकी खबर inn24news.in में प्रसारित होते ही स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान में लिया और आज दोपहर राजस्व व स्वास्थ विभाग की संयुक्त टीम ने अस्पताल को सील किया. वहीं डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया है. इस पूरे मामले में लोरमी के एसडीएम अजीत पुजारी एसडीओपी माधुरी धिरही, जिला के नोडल डॉ खैरवार, बीएमओ डॉ. जीएस दाऊ सहित पुलिस, राजस्व और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आज बुध केयर अस्पताल में छापेमारी कीआरोप है कि बिना अनुमति के अवैध तरीके से आईसीयू रुम में मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा था. इसके अलावा बिना लाइसेंस के अवैध तरीके से नर्सिंग होम एक्ट का उल्लंघन करते हुए अस्पताल का संचालन खुलेआम किया जा रहा था, जिस पर जांच के बाद अस्पताल को सील करने सहित फर्जी अस्पताल के डॉक्टर को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इस दौरान मौके पर मौजूद डॉक्टर गोकुल कुमार ने एसडीएम और एसडीओपी से जमकर बदसलूकी की.
फर्जी तरीके से क्लिनिक व अस्पताल चलाने वालों पर होगी कार्रवाई : SDM अजित पुजारी
इस घटना को लेकर एसडीएम अजीत पुजारी ने बताया कि लोरमी के बुध केयर हॉस्पिटल का फर्जी तरीके से संचालन किया जा रहा है. यहां एक सात साल के मासूम बच्चे की मौत गलत इलाज के कारण हुई है. साथ ही फर्जी तरीके से बिना मान्यता के निजी क्लीनिक का संचालन करने की शिकायत जांच में सही पाया गया. इसके अलावा डॉक्टर गोकुल कुमार ने बदसलूकी की है. इसे देखते हुए फर्जी क्लिनिक को सील करने सहित नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है. इस दौरान एसडीएम ने इलाके में फर्जी क्लिनिक सहित अस्पताल चलाने वालों के खिलाफ आगे भी कार्रवाई करने की बात कही है.वही इस घटना को लेकर लोरमी एसडीओपी माधुरी धिरही ने बताया कि बुध केयर हॉस्पिटल की जांच के समय डॉक्टर ने अधिकारियों से बदसलूकी की. जांच में बाधा डालने वाले डॉक्टर के खिलाफ कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
प्रशासन को झूठी आवेदन दे कर पुनः मकान का अस्पताल संचालन में किया गया उपयोग
उन्होंने बताया कि जिस मकान पर अवैध रूप से निजी अस्पताल का संचालन किया जा रहा था जिसे कुछ माह पहले ही मकान मालिक मीना देवी पति महेश नामदेव के आवेदन पर शर्त अनुसार पुराने घटना में हुए सील को खोला गया था. इसमें मकान मालिक ने किसी को अस्पताल चलाने उस भवन को नहीं देने का जिक्र भी किया था. बावजूद इसके जिला प्रशासन को झूठा आवेदन देकर अनुमति ले लेने के बाद उनके द्वारा उसी मकान को किराए में देकर अस्पताल का संचालन कराया जा रहा था.