कोरोना ने दिल्ली से जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और पंजाब तक पकड़ी रफ्तार, जानें कहां आए कितने केस? एक्सपर्ट्स ने चेताया

महाराष्ट्र, दिल्ली, यूपी, हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसी बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार (7 अप्रैल) को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ रिव्यू मीटिंग की. मंडाविया ने कहा कि बैठक के दौरान कोविड टेस्टिंग और जीनोम सीक्वेंसिंग के साथ कोविड नियमों के पालन का प्रसार बढ़ाने पर बात हुई. उन्होंने बताया कि सोमवार (10 अप्रैल) और मंगलवार (11 अप्रैल) को पूरे देश में कोविड को लेकर मॉक ड्रिल होगी. इसमें सभी स्वास्थ्य मंत्री अस्पताल का दौरा करें.

महाराष्ट्र में शुक्रवार (7 अप्रैल) को कोविड-19 के 926 मामले सामने आए जबकि संक्रमण से तीन लोगों की मौत हो गई. स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि नए मरीजों के बाद राज्य में अब तक संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 81,48,599 हो गई जबकि कुल मृतक संख्या 1,48,457 हो गई.

अधिकारियों के अनुसार 24 घंटे के दौरान मुंबई में कोविड-19 के 276 मरीज मिले. एक दिन पहले सामने आए मरीजों से यह संख्या 27 फीसदी अधिक है, जिन तीन मरीजों की संक्रमण से मौत हुई वे गोंदिया, कोल्हापुर और रायगड के निवासी थे. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से ठीक होने वालों की दर 98.12 प्रतिशत और मृत्यु दर 1.82 प्रतिशत है.

दिल्ली में नए केस

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 24 घंटों में कोरोना मामलों में उछाल आया. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 733 नए मामले आए हैं, जो पिछले सात महीने में सबसे ज्यादा है. अब पॉजिटिविटी रेट 19.93 फीसदी हो गई. इस दौरान दो मरीजों की जान चली गई. बता दें कि गुरुवार (6 अप्रैल) को यहां कोविड-19 के 606 नए केस आए थे. पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में हर रोज करीब 100 केस बढ़ रहे हैं.

हिमाचल प्रदेश में इतने केस आए

हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को कोविड के 108 नए मामले सामने आए जबकि संक्रमण से एक की जान चली गई. इलाज करा रहे लोगों की संख्या 1933 है. अधिकारियों ने बताया कि मंडी जिले में वायरस से 19 वर्षीय एक युवती की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,198 हो गई.

यहां 6 महीने में आए सबसे ज्यादा केस

ओडिशा में 6 महीने बाद कोरोना के 100 से ज्यादा मामले .यहां आए, शुक्रवार (7 अप्रैल) को यहां 104 कोविड मरीज मिले. इससे पहले 12 अक्टूबर को 103 कोरोना केस आए थे. राज्य सरकार ने 5 हजार 526 टेस्ट किए थे.

159 कोरोना केस आए. इसमें से 51 माहौली, जलंधर में 18, लुधियाना में 15, फतेहगढ़ साहिब में 10, पटियाला में नौ, अमृतसर में आठ और बठिंडा में आठ कोविड वायरस के मामले आए हैं.

गोवा ने क्या तैयारी की? 

गोवा सरकार बढ़ते कोरोना केस को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार (7 अप्रैल) को सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 जांच फिर शुरू कर दी है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने ट्वीट किया कि मैंने गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसी) की टीम को परिसर में “जीनोम अनुक्रमण मशीन” संचालित करने का निर्देश दिया है और स्वास्थ्य सचिव को भी इस बारे में सूचित किया गया है. हमने स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए एंटीजन परीक्षण का उपयोग करते हुए सरकारी अस्पतालों में रोगी के टेस्ट शुरू कर दिया है. बता दें कि यहां गुरुवार (6 अप्रैल) को कोरोना वायरस संक्रमण के 162 नए मामले सामने आए थे.

उत्तर प्रदेश में 200 से ज्यादा केस आए

उत्तर प्रदेश में शुक्रवार (7 अप्रैल) को 200 से ज्यादा कोरोना के केस आए. पिछले 24 घंटे में राज्य में 232 कोविड मामले आए हैं. इसी के साथ यूपी में इलाज करा रहे लोगों की संख्या 991 हो गई. इसमें से 52 मामले प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मिले हैं.

हरियाणा में आए 400 से ज्यादा केस

हरियाणा में भी कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं. यहां पिछले 24 घंटे में 407 नए मामले आए हैं और इसमें से आधे से ज्यादा 206 अकेले गुरुग्राम के है. दूसरे पर पंचकूला 72 और फरीदाबाद में 53 वायरस के मरीज मिले हैं.

जम्मू कश्मीर में मिले इतने केस

जम्मू कश्मीर में पिछले 24 घंटे में 95 कोरोना केस आए हैं. इस दौरान एक मरीज की जान चली गई. इसी के साथ एक्टिव केस की संख्या 309 पहुंच गई है. कई राज्यों में बढ़ते कोरोना केस को देखते हुए भारत सरकार सर्तक हो गई.

विशेषज्ञों ने क्या कहा?

कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है, हालांकि अलर्ट रहना जरूरी है. लोग बाहर निकलते समय मास्क जरूर बनने और कोरोना से जुड़े बचावों के नियमों का पालन करें. भीड़ में जानें पर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें.

न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, हरियाणा के अशोक यूनिवर्सिटी में भौतिकी और जीव विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डीन गौतम आई मेनन ने कहा कि कोविड-19 देश में प्रभावी रूप से स्थानिक है और वास्तव में हम सभी अब तक एक संक्रमण का सामना कर चुके होंगे, चाहे हम इसे जानते हों या नहीं.

उन्होंने कहा कि वायरस कोरोना वायरस की तरह व्यवहार कर रहा है जिनमें सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण होते हैं और वे हमें फिर से संक्रमित कर सकते हैं. हैदराबाद के यशोदा अस्पताल के डॉक्टर विश्वेश्वरन बालासुब्रमण्यन ने कहा कि उनके अस्पताल में कोविड के मरीज हैं लेकिन उनकी संख्या कम है.

दूसरी तरफ कोविड-19 के नए वैरिएंट XBB.1.16 भी फैलने लगा है. भारतीय सार्स कोव-2 जीनोमिक संगठन (आईएनएसएसीओजी) ने गुरुवार (6 अप्रैल) को बताया कि देश कुल कोविड केस में से XBB.1.16 वैरिएंट के  38.2 प्रतिशत मामले हैं.

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