Chhattisgarh

उत्कल महिलाओं ने मनाया आंवला नवमी पर्व

वृक्षारोपण ,खेल एवं समाज के वरिष्ठ सुहागनों को सुहागन जोड़ा भेंट किया गया

 

जगदलपुर । नगर के लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर में आंवला नवमी का पर्व मनाया गया, उत्कल समाज की महिलाओं के द्वारा प्रतिवर्ष आंवला नवमी की पूजा मंदिर परिसर में की जाती है, उत्कल महिला विंग की अध्यक्षा शुभ्रा दास ने बताया आज के दिन आंवला का सेवन अमृत के समान माना गया है धार्मिक मान्यता है कि जो व्यक्ति आज के दिन आंवला के वृक्ष के नीचे भोजन करता है उसे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है । वैवाहिक जीवन में सुख संतान की उन्नति और दीर्घायु के लिए यह व्रत किया जाता है ।,

 

इस धार्मिक मान्यता के कारण मातृ शक्तियों के द्वारा प्रत्येक वर्ष इस पर्व का आयोजन किया जाता है । आज मातृ शक्तियों द्वारा सर्वप्रथम आंवला के वृक्ष के नीचे भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना कर विधि विधान के साथ भजन कीर्तन कर आंवला वृक्ष के नीचे भोजन ग्रहण किया, महिला विंग की सचिव निरुपमा दास ने बताया कि आज के इस पवित्र दिन वृक्षारोपण का कार्यक्रम भी किया गया जिसमें समाज की महिलाओं द्वारा पौधे लगाए गए ।साथ ही उनके संरक्षण और संवर्धन की जबावदारी भी ली है, उन्होंने बताया कि गत वर्ष भी उनके द्वारा पौधे लगाए गए थे, जो आज काफी बड़े हो चुके हैं ।त्योहार के साथ महिलाओं ने खेल का भी आयोजन किया था । जिसमें सभी महिलाओं ने अपनी सहभागिता दी,उपस्थित महिलाओं ने बताया कि समाज की बड़ी संख्या मे महिलाएं उपस्थित हुई ।

 

ऐसे आयोजन लगातार हो रहे हैं ।जिससे समाज की महिलाओं में एकता और मजबूत सामाजिक रिश्ता बन रहा है। कार्यक्रम के दौरान समाज की वरिष्ठ सुहागन महिलाओं को सुहागन जोड़ा भेंट किया गया ।

 

और अंत में सभी ने शुद्ध सात्विक भोजन ग्रहण किया ।

 

कार्यक्रम पर उत्कल समाज के अध्यक्ष राजेश दास ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि समाज की महिलाओं द्वारा धार्मिक आयोजन किया जा रहे हैं ,जो प्रशंसनीय है । इससे सामाजिक ताना-बाना का रिश्ता मजबूत होता है ।उन्होंने महिला विंग एवं समाज की समस्त मात्र शक्तियों को पर्व की शुभकामनाएं दीं ।