Chhattisgarh

आरडीसी परेड से लौटने पर ऋचा, सुषमा, रमनदीप का कॉलेज में स्वागत.

आरडीसी परेड से लौटने पर ऋचा, सुषमा, रमनदीप का कॉलेज में स्वागत… 

कोरबा : शासकीय इंजीनियर विश्वेसरैया स्नातकोत्तर महावि‌द्यालय कोरबा, छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का क्षण तब आया जब एक एनएसएस स्वयंसेवक सुषमा बंजारे और एक एनसीसी विंग कैडेट्स रमनदीप कौर के साथ ही ऋचा स्वर्णकार (अथिति दर्जा) ने कर्तव्य पथ, नई दिल्ली में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित गणतंत्र दिवस परेड (आरडीसी) 2025 में हिस्सा लिया और कॉलेज, विश्वविद्यालय व पूरे छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया। अपने शानदार प्रदर्शन के बाद लौटने पर महावि‌द्यालय परिसर में आतिशबाजी कर, फूलमाला से उनका भव्य स्वागत सम्मान किया उनके साहस, समर्पण और अनुशासन की सराहना की। कोरबा जिले के 1 सीजी बटालियन से कैडेट रमनदीप कौर का सिलेक्शन आरडीसी कैंप के लिए हुआ था, जो छत्तीसगढ़ की इकलौती महिला कैडेट है, जिन्होंने आरडीसी कैंप में बोट कमांडर होने का गौरव हासिल किया। वहीं एनएसएस स्वयंसेवक ऋचा स्वर्णकार को महावि‌द्यालय के समस्त गतिविधियों को डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म व माय भारत पोर्टल उल्लेखनीय प्रचार-प्रसार में योगदान के लिए आरडीसी परेड में विशेष अतिथि के तौर पर गणतंत्र दिवस समारोह पर आमंत्रित किया गया था।

प्राचार्य डॉ. शिखा शर्मा ने ऋचा, सुषमा और रमनदीप कौर को पुष्पगुच्छ देकर बधाई देते हुए कहा कि यह कॉलेज के लिए गौरवमयी पल है। यहां की छात्रा राज्य से लेकर देश स्तर पर अपना परचम लहरा रही है। एनएसएस व एनसीसी कैडेट्स के लिए आरडीसी परेड वह सपना होता है जिसे पूरा करने के लिए कई पायदानों से खरा उतरना पड़ता है। दिल्ली में एक महीने रहने के साथ साथ देश के रक्षा मंत्री, देश के थल सेनाध्यक्ष, जल सेनाध्यक्ष, वायु सेनाध्यक्ष, प्रधानमंत्री और महामहिम राष्ट्रपति से मिलने का अवसर मिलता है। यह हमारे छात्रों के धैर्य, अनुशासन, समर्पण, परिश्रम व एकाग्रता का श्रेष्ठ परिणाम है। परेड के दौरान एनएसएस के स्वयंसेवकों ने राष्ट्रपति को सलामी दी। साथ ही शिविर के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस अवसर पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से संवाद करते हुए न केवल अपने जिले बल्कि पूरे महावि‌द्यालय, विश्वविद्यालय व प्रदेश को गौरवान्वित किया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने अपने अनुभव उनके साथ साझा किए। सुषमा और रमनदीप ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के परेड में सहभागिता का अवसर मिलने से देश की संस्कृति, एकता और अनुशासन को नजदीक से समझनेका मुझे अवसर मिला। सुषमा बंजारे ने कहा कि मेरी इस उपलब्धि के पीछे एनएसएस के पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉ.बी.एल. साय तथा वर्तमान कार्यक्रम अधिकारी एवं समस्त प्राध्यापकों का अमूल्य योगदान है।

एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार पटेल ने कहा कि सुषमा और रमनदीप ने 30 दिवसीय शिविर के दौरान कठिन परेड अभ्यास किया, विभिन्न संस्कृति कार्यक्रमों में भाग लिया और अन्य राज्यों के स्वयंसेवकों के साथ रहकर उनके रीति-रिवाजों और परंपराओं को जाना। यह अनुभव उनके लिए बेहद प्रेरणादायक और सीखने के योग्य रहा। स्वयंसेवकों को विभिन्न सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के अलावा नेतृत्व विकास और (मार्च पास्ट) परेड का प्रशिक्षण दिया जाता है। चूंकि इस शिविर में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिभागी भाग लेते हैं, इसलिए एनएसएस आरडीकैप हर साल 1 से 31 जनवरी तक देश की राजधानी में एक मिनी इंडिया की नकल करता है।

एनसीसी अधिकारी शुभम ढोरिया ने बताया कि एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर सभी एनसीसी प्रशिक्षण गतिविधियों की परिणति है। यह कैंप एनसीसी के सबसे बड़े कैंपो में से एक माना जाता है। इस कैंप का हिस्सा बनना कैडेट्स के लिए बहुत ही गर्व की बात होती है। एनसीसी कैडेट 17 निदेशालयों में शिविर में भाग लेते हैं। हर निदेशालय में उनके अधीन 5 से 7 इकाइयों हैं। 17 एनसीसी निदेशालयों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। प्रतियोगिताओं को विभिन्न कार्यक्रमों जैसे कि राष्ट्रीय एकता जागरुकता प्रस्तुति, ड्रिल, लाइन एंड फ्लैग एरिया, सांस्कृतिक कार्यक्रम (समूह गीत, समूह नृत्य और बैले), सीनियर डिवीजन के बेस्ट कैडेट (सीनियर विंग) और सीनियर विंग (गर्ल्स) में उत्सुकता से लड़ा जाता है।इस अवसर पर संस्था प्राचार्य डॉ. शिखा शर्मा, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.आर.बी.शर्मा, डॉ. बी.एल.साय, (पूर्व कार्यक्रम अधिकारी रासेयो), डॉ.एल.एन. कंवर, ए. के. श्रीवास, डॉ. एस. के. गोभिल, डॉ. धनेश्वरी दुबे, डॉ. पूर्णिमा साहू, ऋतु सिन्हा, अमोला कोरोम, एस. के. अग्रवाल, राजकुमार राठौर, कन्हैया सिंह कंवर, दीपक सिंह टेकाम, एनसीसी अधिकारी शुभम ढोरिया, कार्यक्रम अधिकारी अजय कुमार पटेल व मधु कंवर सहित अतिथि व्याख्याता, आफिस स्टॉफ, एनएसएस स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स व साथी छात्र ने छात्राओं के स्वागत सम्मान में हिस्सा लिया।

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