आज सक्ती जिले मे प्रधानमन्त्री धन धान्य योजना का शुभारंभ किया गया।
जिला ब्यूरो सक्ती- महेन्द्र कर्ष

पीएम धन धान्य कृषि योजना, पल्सेस मिशन एवं अन्य योजनाओं का विडियों कान्फ्रेंस के माध्यम से जिला एव विकासखण्ड स्तर पर आयोजन।
कार्यक्रम का आयोजन जिला स्तर, ब्लॉक स्तर पर, पीएमकेएसके सेंटर, सहकारी समितियों तथा ग्राम पंचायत भवनों में किया गया।
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सक्तीः- प्रधानमत्री धन धान्य कृषि योजना का शुभारंभ दिवस में दिनाक 11 10 2025 को प्रातः 11:00 बजे से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस योजना का लक्ष्य 6 वर्षों के लिये 24000 करोड रूपये के वार्षिक परिव्यय के साथ 100 कम प्रदर्शन वाले कृषि जिलों को शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना के 5 मुख्य उद्देश्य
कृषि उत्पादकता को बढ़ाना।
फसल विविधीकरण और टिकाउ कृषि पद्धतियों को प्रोत्साहित करना।
पंचायत और ब्लॉक स्तर पर फसल उपरांत भण्डारण क्षमता बढाना।
विश्वसनीय जल पहुंच के लिये सिचाई बुनयादी ढांचे में सुधार करना।
किसानों के लिये अल्प कालिक और दीर्घ कालिक कृषि ऋण तक अधिक पहुंच को सक्षम बनाना।
जिला मुख्यालय कार्यक्रम का आयोजना जनपद पंचायत सक्ती में मुख्य अतिथि श्रीमति विद्या सिदार सभापति कृषि स्थायी समिति जिला पंचायत सक्ती, श्रीमति नीतू ऋषि राय अध्यक्ष जनपद पचायत, श्री बंशीधर खाडे उपाध्यक्ष जनपद पंचायत सक्ती, श्री टंकेश्वर पटेल सभापति कृषि स्थायी समिति जिला पंचायत सक्ती, श्री ऋषि राय विधायक प्रतिनिधि विधानसभा सक्ती एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण के साथ-साथ कृषि विभाग के अधिकारी / कर्मचारी एवं कृषकगण भी उपस्थित रहे।
इसी अनुक्रम में विकासखण्ड स्तर पर कार्यालय वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी-जैजैपुर में भी जनप्रतिनिधि एवं कृषक गणों की उपस्थिति रही, तथा विकासखण्ड-मालखरौदा में जनपद पचायत-मालखरौदा भवन में आयोजित किया गया, जिसमें श्री कविशरण वर्मा जनपद अध्यक्ष, श्रीमति ललीता डहरिया, कृषि स्थायी सभापति, मनोज सक्सेना, निर्माण सभापति, श्री दुजराम साहू संरपंच ग्राम पचायत कलमी, श्री बुदेश्वर नाविक सरपंच ग्राम पंचायत बीरभांठा एवं जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारीगण एवं कृषकगण उपस्थित रहें, विकासखण्ड डभरा में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी में सम्पन्न हुआ, जिसमें श्री उत्तम कुंमार चंद्रा, कृषि सभापति, श्री दीपक साहू नगर पंचायत अध्यक्ष, श्री दिनेश बरेठ, भाजपा मंडल अध्यक्ष एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण के साथ-साथ कृषि विभाग के अधिकारी / कर्मचारी एवं कृषकगण भी उपस्थित रहे।