अपनी मेहनत और अपने खर्च पर ग्रामीण कर रहे तालाब गहरीकरण का कार्य, निगम और SECL पर लगा अनदेखी का आरोप..
कुसमुंडा से कुलदीप साहू के साथ ओम गवेल की खबर
कोरबा – जिले के कुसमुंडा क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक 62 चुनचुनी बस्ती के लोगों ने स्वयं के खर्चे पर तालाब का गहरीकरण कर साफ सफाई का कार्य कर रहे हैं, कड़ी धूप में महिलाएं भी इस कार्य में लगी हुई है। पहले देंखे क्या कहा ग्रामीणों ने….
ग्रामीणों का कहना है की अनेकों बार तालाब के गहरीकरण एवं साफ सफाई के लिए SECL विभाग एवं निगम के पास गुहार लगाई गई है परंतु आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं हुई, चूंकि तालाब का उपयोग क्षेत्रवासी निस्तारी के रूप में करते है, कई वर्षों से तलाब का गहरीकरण का कार्य नहीं होने से वार्ड वासी क्षेत्र के पार्षद एवं कुसमुंडा SECL अधिकारियों के पास जाकर तालाब के गहरीकरण कार्य करवाने की बात कह रहे थे परंतु संबंधित जिम्मेदारों के द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने पर बीते 1 सप्ताह से सभी ग्रामीण तालाब में उतरकर तालाब गहरीकरण का काम कर रहे हैं साथ ही तलाब में बने पचरी की भी साफ-सफाई उनके द्वारा की जा रही है। तालाब गहरीकरण के लिए उन्होंने बाकायदा जेसीबी भी किराए पर लिया है इस कार्य में होने वाले सभी खर्च ग्रामीण आपस में चंदा कर कर वहन कर रहे हैं। बताया जा रहा है की अभी तक ६० से ६५ हजार रुपए खर्च किए जा चुके हैं। मीडिया से बात करते हुए कई ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने SECL अधिकारियों से क्षेत्र के साथ साथ पार्षद एवम क्षेत्र के विधायक से गहरीकरण के लिए कई बार कहा है पर कोई भी इस और सुध नहीं लिया जिस वजह से आज मजबूर होकर उन्हें तलाब के गहरीकरण का काम स्वयं करना पड़ रहा है । वहीं इस मुद्दे पर हमने क्षेत्र के पार्षद पति विनय बिंझवार से बात की उनका का कहना है कि बीते वर्ष SECL कुसमुंडा प्रबंधन द्वारा तालाब के गहरीकरण के लिए टेंडर जारी किया गया था,परंतु तालाब में पानी भरा होने की वजह से टेंडर निरस्त कर दिया गया है उनके द्वारा इस वर्ष तालाब गहरीकरण के लिए पुनः SECL अधिकारियों से मिलकर टेंडर जारी करने का प्रयास किया जा रहा था।