अतिथि शिक्षकों की क्यों हो रही है आशाएं धूमिल ???
लोहंडीगुड़ा inn24 (रविंद्र दास)बस्तर संभाग में शिक्षकों की कमी को देखते हुये( विषय विशेषज्ञ)पूरा करने के लिए डी एम एफ (जिला खनिज न्यास निधि ) मद से 2014 में अतिथि शिक्षकों की भर्ती किया गया था। सभी अतिथि शिक्षकों ने पूरी लगन ,और ईमानदारी के साथ बच्चों को पढ़ाई करवाते थे। वर्तमान में राज्य सरकार के द्वारा शिक्षकों की सीधी भर्ती किये जाने से बस्तर संभाग के लगभग 700 से अधिक अतिथि शिक्षकों की छटनीं हो चुकी है और लगातार अतिथि शिक्षकों की छटनीं किया जा रहा है।
ये हो रहे वंचित बस्तर संभाग के बीहड़ एवं सुदूरवर्ती जगहों जैसे दन्तेवाड़ा , बस्तर सुकमा , बीजापुर ,कोंडागांव नारायणपुर के अबूझमाड़ , कांकेर के कोयलीबेड़ा के पहुँचविहीन जगह के प्राथमिक ,माध्यमिक शाला में सेवा देने वाले DMF अतिथि शिक्षको को हटा दिया गया है।
बस्तर ,नारायणपुर और कांकेर के कलेक्टरों ने दिया अल्टीमेटम
संभाग बस्तर के जिला बस्तर में ही पिछले दो वर्षों से है प्रभावित हैं।साथ ही शिक्षा सत्र 2023 -24 में DMF अतिथि शिक्षकों को कलेक्टर ने रखने से मना किया है तथा वर्तमान में कांकेर जिले के कलेक्टर द्वारा राज्य सरकार द्वारा शिक्षकों के सीधी भर्ती किये जाने से सितंबर के बाद सेवा में नही रखने का अल्टीमेटम दिया है ।उन्होंने कहा है कि मैं राज्य सरकार के द्वारा भर्ती से चयनित शिक्षक आने से मजबूर हु ,और आपके सेवायें सितंबर के बाद समाप्त किया जा सकता है।कोयलीबेड़ा , नारायणपुर के अबूझमाड़ के ग्रामीणों ने बताया किया नियमित शिक्षक आते नही हैं ,पढ़ाई होती नही है।बच्चों का भविष्य अंधकार मय हैं ऐसे में एक ही आशा था अतिथि शिक्षक।DMF अतिथि शिक्षक स्थानीय लोग होने के कारण अपने गांव के बच्चों की शिक्षा स्तिथि सुधारने में मदद कर रहे हैं।शाला प्रबंधन एवं विकास समिति के पदाधिकारियों ने कहा राज्य शासन कर रही हैं गलत बस्तर संभाग के अनेक विद्यालय के संचालन हेतु गठित कमेटी शाला विकास एवं प्रबंधन समितियों ने भी सरकार से DMF अतिथि शिक्षकों की सेवा यथावत रखते हुये सेवा सुरक्षा देने की मांग किया है और छटनीं किये गये अतिथि शिक्षकों को रिक्तता के आधार पर अन्य स्कूलों में पदस्थ करने की मांग कर रही हैं। दिनांक 23/09/2023 समय 11:30 बजे से 4 बजे तक माननीय सांसद पीसीसी चीफ दीपक बैज के निवास स्थान उसरीबेड़ा, निवास घेराव किया गया , अभी भी रात्रि में हमारा घेराव जारी हैं और हमारे पास को शासन प्रशासन से कोई पुख्ता जवाब नही मिल रहा है जब तक हमे लिखित में आश्वासन नहीं मिलता हम घेराव का समापन नहीं करेंगे दिनांक 24/09/2023 को कुम्हड़ाकोट NH 30 को भी 6 घंटे के लिए बाधित करेंगे!