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अंबिकापुर में 10 घंटे की बेटी का कत्ल.. नवजात बेटी को गड्ढे में फेंका

उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम झिरमिटी धौरापारा में दिल दहला देने वाली घटना हुई है।यहां एक निर्दयी पिता ने नवजात बेटी को झोले में बांध पहले तो कुएं में फेंक दिया।जब नवजात की मौत हो गई तो आरोपित ने शव को कुएं से बाहर निकाल दफना दिया। कार्यपालिक दंडाधिकारी की उपस्थिति में शव को बाहर निकलवाया गया।फेफड़े में पानी भर जाने से मौत की पुष्टि हुई।पुलिस ने आरोपित पिता को हत्या व साक्ष्‌य छिपाने के आरोप पर न्यायालय के निर्देश पर जेल भेज दिया है।नवजात का जन्म दस घण्टे पहले ही हुआ था।नवजात की हत्या का कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है।आरोपित के पूर्व से दो बेटे और एक बेटी है।

जानकारी के अनुसार सोमवार की दोपहर 12 बजे ग्राम झिरमिटी धौरापारा के अशवंत पुरी की पत्नी ने घर पर ही चौथी संतान के रूप में कन्या को जन्म दिया था। सुबह गांव के एक युवक ने देखा कि कुएं में गिरे झोले में नवजात का पैर दिख रहा है। उसने तत्काल गांव की मितानिन को जानकारी दी। लोगों को यह समझते देर नहीं लगी कि अशवन्त पुरी के घर बेटी का जन्म हुआ था। पुलिस तक मामला पहुंचता इसके पहले ही आरोपित को यह पता चल चुका था कि गांव वालों ने बेटी के शव को देख लिया है।उसने बिना विलंब किए कुएं से शव को बाहर निकाला और थोड़ी दूर ले जाकर मिट्टी खोद कर दफना दिया।ग्रामीणों से मिली सूचना के आधार पर उदयपुर थाने से पुलिस अधिकारी समरेंद्र सिंह तत्काल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उच्चाधिकारियों को सूचना देने के बाद आरोपित को हिरासत में लिया। डा प्रीति पैकरा , डा नेहा भगत, कार्यपालिक मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार एजाज हाशमी और फॉरेंसिक एक्सपर्ट कुलदीप कुजूर भी मौके पर पहुंचे।बच्ची का पोस्टमार्टम कराया गया।हत्या की पुष्टि होने पर आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।

पूछताछ में आरोपित पिता ने घटना का कोई कारण तो नहीं बताया लेकिन सिलसिलेवार घटनाक्रम की जानकारी दी।उसने बताया कि रात को उसकी पत्नी सो गई थी। सोमवार रात को लगभग 12 बजे निर्दयी पिता ने अपने 10 घंटे के नवजात बेटी को प्लास्टिक झोले में बांधकर घर के बगल में स्थित मिट्टी के खुले कुंए फेंक कर घर में सोने चला गया । मंगलवार को सबेरे गांव का युवक वहां पहुंचा तो मामला उजागर हो गया।

आरोपित पिता ने नवजात बेटी को क्यों मारा यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस भी नवजात की हत्या को लेकर कोई भी स्पष्ट कारण बता पाने की स्थिति में नहीं है। बताया जा रहा है कि आरोपित मेहनत मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता था। पहले से उसके तीन संतान हैं। इनमें दो पुत्र और एक पुत्री हैं। पुलिस ने नवजात को मार डालने का कारण भी पूछने का प्रयास किया लेकिन आरोपित पिता यही बोलता रहा कि उसकी इच्छा हुई तो उसने नवजात को झोले में बांधकर कुएं में फेंक दिया था।आर्थिक रूप से परिवार कमजोर है। आरोपित के जेल जाने के बाद प्रसूता के ऊपर तीन बच्चों के पालन पोषण की जवाबदारी आ गई है।

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