
हुतात्माओं को श्रद्धांजलि के साथ राम कथा विश्राम…
छोटा बनकर ही बड़ी सफलता हासिल होती है...आचार्य पंडित अजय उपाध्याय, व्यास पीठ
जिला रिपोर्टर सक्ती- उदय मधुकर
छोटा बनकर ही बड़ी सफलता हासिल होती है, यह बात पंडित अजय उपाध्याय व्यास आचार्य ने आज रामकथा के सप्तम दिवस सुंदरकांड प्रसंग सुनाते हुए बताया कि जिस प्रकार हनुमान जी ने सूक्ष्म रूप धारण राक्षसी को चकना देकर लंका में प्रवेश किया उसी प्रकार हम छोटा अर्थात विनम्र बनकर समाज में अपने मंजिल को हासिल कर सकते हैं।आज कथा समापन और आरती के पश्चात श्री सिद्ध हनुमान मंदिर के आग्रह पर व्यास आचार्य ने कश्मीर के पहलगाम घाटी में आतंकी हमले में जल कवलित हुतात्माओं को मौन धारण और राम नाम जाप के साथ श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
आज श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार के पुजारी ओमप्रकाश वैष्णव, नारायण मौर्य, अमित तंबोली, रिंकू निर्मलकर के साथ अधिवक्ता चितरंजय पटेल ने कथा श्रवण किया तथा हनुमान चालीसा का समवेत स्वर से संगीतमय पाठ किया तो वहीं कथा श्रोताओं के साथ महाआरती किया गया।
पश्चात आयोजक विष्णु पटेल परिवार की ओर से श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार के सदस्यों का वस्त्र और श्रीफल प्रदान कर अभिनंदन किया गया तो वहीं श्री सिद्ध हनुमान मंदिर परिवार को ओर से विष्णु पटेल को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
विदित हो कि पंडित अजय उपाध्याय व्यास आचार्य के द्वारा ग्राम गोरखपाली में सात दिवसीय रामकथा का रसपान कराया गया तथा दिव्य दरबार लगाकर परचा बनाकर लोगों के जिज्ञासाओंका समाधान किया गया। इन पलों में ग्रामवासियों के साथ अंचल के श्रद्धालुओं की गरिमामय उपस्थिति रही।