सरपंचों के आरोपों पर विधायक रेखचंद जैन ने दी प्रतिक्रिया ..कहां आरोप बेबुनियाद..मुद्दाविहीन भाजपा कर रही है प्रोपेगेंडा .

जगदलपुर inn24..भाजपा कार्यालय पत्रकार वार्ता में बस्तर जिले के अलग-अलग पंचायतों के दर्जनभर से अधिक सरपंचों ने कांग्रेश पर लगाए गंभीर आरोप सरपंचों का कहना है कि कांग्रेस के विधायक सहित बड़े नेताओं द्वारा उन पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. कि वे कांग्रेस की सदस्यता ले..प्रदेश भाजपा महामंत्री केदार कश्यप ने भाजपा कार्यकर्ताओं एवं सरपंचों को डराने धमकाने का आरोप लगाया.उन्होंने कहा कि सत्ता के बल पर कांग्रेस के नेताओं द्वारा कार्यकर्ताओं जनप्रतिनिधियों को डराया धमकाया जा रहा है. जो सर्वथा अनुचित है..
मालूम हो कि पंचायत के चुनाव राष्ट्रीय पार्टियों के बैनर तले नहीं लड़ा जाता है.स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ कर वे निर्वाचित होते हैं हालांकि सरपंचों को राष्ट्रीय पार्टियों का नैतिक समर्थन जरूर रहता है परंतु राष्ट्रीय पार्टियों के चुनाव चिन्ह पर चुनाव नहीं लड़ते,अब चुंकी विधानसभा चुनाव नजदीक है तो राष्ट्रीय पार्टियां को ग्रामीण वोट बैंक को साधने सरपंचों का सहयोग आवश्यक है ,जाहिर है इस नाते कांग्रेश भाजपा समर्थित सरपंचों को अपने पाले में लाने प्रयासरत है..
हालांकि सभी पार्टियां इस प्रकार का कार्य करती है,जब हमने इन आरोपों के संदर्भ में विधायक रेखचंद जैन से उनका पक्ष लिया तो उन्होंने इन आरोपों को खंडन करते हुए इसे निराधार बताया, आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि 15 साल के भाजपा शासनकाल में दूरदराज कोलेंग क्षेत्र की सुध तक नहीं ली आज जब उस क्षेत्र में विकास के नए आयाम गढे जा रहे हैं.. तो.भाजपा के गले उतर नहीं रही.
भाजपा को दोषारोपण के अलावा कुछ नजर नहीं आता..
रही बात कोलेंग सरपंच के आरोपों की तो उसने स्वयं इस बात को माना कि कांग्रेस ने ही इस क्षेत्र का संपूर्ण विकास किया है ,
क्षेत्र की जनता जब कांग्रेस के साथ है तो हमें किसी सरपंच पंच को पार्टी में शामिल करने की क्या जरूरत.. हम दबाव क्यों बनाएं.,यह सरासर निराधार बेबुनियाद आरोप है भाजपा मुद्दाविहीन है.. इन्हें मीडिया में बने रहने के लिए इस प्रकार के प्रोपेगेंडा की जरूरत पड़ रही है. कांग्रेश विचारधारा पर चलने वाली पार्टी है हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ में बेहतरीन काम किया है उसी का परिणाम है कि आज जनता का साथ हमारे साथ है और आने वाले चुनाव में यह बात प्रमाणित हो जाएगी..