जगदलपुर inn24 रविंद्र दास- शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में बुधवार को अंतर महाविद्यालयीन सांस्कृतिक युवा उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन ने न केवल स्थानीय सांस्कृतिक प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया, बल्कि विद्यार्थियों के कौशल और रचनात्मकता को भी प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन स्थानीय विधायक किरण सिंह देव, महापौर सफीरा साहू, और कुलपति प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ। विभिन्न कॉलेजों से आए प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने कार्यक्रम को अपनी उपस्थिति से विशेष बना दिया।
विधायक किरण सिंह देव ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “छात्र जीवन हर व्यक्ति के जीवन का सबसे अच्छा समय होता है। इसी समय से अनुशासन और समर्पण का विकास होता है, जो उन्हें कलेक्टर, आईपीएस, और आईएएस बनने की दिशा में प्रेरित करता है।” उन्होंने ‘जेनेरेशन फास्ट’ की चर्चा करते हुए युवाओं से अपील की कि वे अपने कार्यों से माता-पिता, शिक्षकों और देश का गौरव बढ़ाएं। किरण देव जी ने कुलपति महोदय से कहा कि बढ़े हुए शुल्क पर संबंधित फीस समिति के साथ विचार करे तथा छात्र हित में निर्णय ले। इस पर प्रो. श्रीवास्तव ने आश्वत किया कि विश्वविद्यालय शुल्क को यथोचित कम करने का शीघ्र निर्णय होगा।
महापौर सफीरा साहू ने विश्वविद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराता है और उनके सपनों को साकार करने में सहायक है।
कार्यक्रम में योग एवं ध्यान केंद्र का उद्घाटन भी किया गया, जिसे विधायक किरण सिंह देव ने विद्यार्थियों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस केंद्र में छात्रों और विश्वविद्यालय के सभी सदस्यों को योग और ध्यान का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कुलपति प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा, “भारत में युवाओं की शक्ति और क्षमता को पहचानने के लिए नई शिक्षा नीति लागू की गई है। ऐसे कार्यक्रम छात्रों के समग्र विकास में सहायक होते हैं, जिससे वे विकसित भारत में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।” आज भारत में मेन वर्कफोर्स से ज्यादा वूमन वर्कफोर्स है। वर्किंग ऐज पॉपुलेशन भारत में सबसे ज्यादा है और ये युवा ही है। इस तरह के कार्यक्रम से विद्यार्थियों के कौशल का विकास होता है। ऐसे कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को वेल राउंडेड बनाना है ताकि वे विकसित भारत में अपना योगदान दे सके।
सांस्कृतिक समन्वयक डॉ. आनंद मूर्ति मिश्रा ने बताया कि इस उत्सव में दंतेश्वरी महिला महाविद्यालय जगदलपुर, धूवीराव माड़िया महाविद्यालय भैरमगढ़, शहीद हरचंद नाईक महाविद्यालय तोकापाल, नवीन महाविद्यालय कोण्डागांव, मॉडल कॉलेज गीदम, इंद्रावती कॉलेज आदि विभिन्न कॉलेजों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिताओं में लोकनृत्य, गायन, क्विज, तात्कालिक भाषण, वाद-विवाद, पेंटिंग, रंगोली, फोटोग्राफी, मेहंदी, इंस्टालेशन जैसे आयोजन शामिल रहे। इन प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में बादल संस्था के विशेषज्ञ शामिल थे, जिनमें श्री भरत कुमार गंगादित्य, श्रीमति स्मृति पाढ़ी, कु. प्रेरणा नाग, कु. विनीता पांडेय, योगेश साहनी, डॉ योगेंद्र मोतीवाला, डॉ सीपी यादव शामिल थे। डॉ. मूर्ति ने बताया कि इस युवा उत्सव में सफल प्रतिभागी काइस्ट विश्वविद्यालय, बैंगलोर दिनांक 19 से 23 दिसम्बर में हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को अपनी रचनात्मकता और प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करना, साथ ही उनकी क्षमता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की प्रेरणा देना है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दिलेश जोशी ने किया।