
ये कैसी शिक्षा व्यवस्था,,,पाँच कक्षाओं के लिए मात्र एक शिक्षक.. आखिर ऐसे में बच्चों का बौद्धिक विकास भगवान भरोसे ही.
जगदलपुर ..शहर से लगे ग्राम बोरपदर प्राथमिक शाला में कक्षा 1 से 5 तक की कक्षाएं मात्र एक शिक्षिका के भरोसे ,पदस्थ शिक्षिका ने बताया कि विगत अक्टूबर माह से केवल एक शिक्षिका के भरोसे ही पूरा प्राथमिक शाला संचालित है.! लगभग 60 बच्चे स्कूल में अध्यनरत है स्कूल के सभी दायित्वों का निर्वाह शिक्षिका के भरोसे ही नजर आती हुई!
जब हमने स्कूल की शिक्षिका से इस बारे में चर्चा की तो उन्होंने बताया कि हमने इस संबंध में अधिकारियों से अवगत कराया है.!
साथ ही स्कूल की समस्या के बारे में बताते हुए कहा की बाउंड्री वॉल ना होने से स्कूल छुट्टी के पश्चात यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है स्कूल परिसर के अंदर कमरों के अंदर शराब की बोतलें और गंदी वस्तुएं यहां पड़ी हुई मिलती है जिससे बच्चों में विपरीत प्रभाव पड़ रहा है! अधिकारियों से आग्रह करती हुई शिक्षिका ने कहा कि त्वरित कार्रवाई कर ,जल्द से जल्द एक अतिरिक्त शिक्षक की नियुक्ति किया जाए ताकि उनके ऊपर कार्य का भार कम हो.
और वे बच्चों पर पर्याप्त ध्यान दे सके..
एक ओर छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा पर फोकस करते हुए आत्मानंद अंग्रेजी विद्यालय आत्मानंद कॉलेज सहित तमाम स्कूलें खोल रही हैं !.
तो वहीं दूसरी ओर जो स्कूल है संचालित है वहां शिक्षकों की कमी से बच्चे जूझ रहे हैं. इसे जल्द से जल्द दुरुस्त किए जाने की दरकार है, ताकि कल के भविष्य को हम सक्षम और मजबूत बना सके..
जगदलपुर शिक्षा अधिकारी एम एस भारद्वाज से जब इस विषय पर चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि बस्तर जिले में अनेकों ऐसे स्कूल है जहां एकल शिक्षक हैं राज्य शासन द्वारा शिक्षकों की भर्ती की गई है जल्द से जल्द इन एकल शिक्षक स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना होगी.