जाने कैसे एक आदमी ने एक हत्या को छिपाने के लिए उतारा 9 लोगों को मौत के घाट

कहते हैं कि एक झूठ को छिपाने के लिए 100 झूठ बोलने पड़ते हैं। एक ऐसा ही मामला तेलंगाना के वारंगल में देखने को मिला। जहां एक अपराधी ने अपने एक अपराध को छुपाने के लिए कई और लोगों की जान ले ली थी।

एक हत्या को छुपाने के लिए 9 हत्याएं

बता दें कि तेलंगाना के वारंगल जिले में 9 लोगों की हत्या के आरोप में संजय कुमार यादव को 2020 में मौत की सजा सुनाई गई थी। उसने अपने पहले के किए गए अपराधों और हत्या को छिपाने के लिए 9 को मार डाला था।

कुएं से बरामद हुए थे 9 शव

20 मई, 2020 को पुलिस ने एक परित्यक्त कुएं से 9 शव बरामद किए थे। पीड़ितों की उम्र लगभग 18-55 साल के बीच थी।

पुलिस को शुरू में लगा कि आर्थिक तंगी या कुछ अन्य पारिवारिक कारणों से सामूहिक आत्महत्या के चलते उनकी मौत हुई है।

इस मामले की जांच में सामने आया कि सभी 9 लोगों की हत्या कुली संजय यादव ने मार्च में की थी। संजय ने एक हत्या को छिपाने के लिए ऐसा किया था। संजय यादव के एक महिला रफीका के साथ अवैध संबंध थे जिसके बाद उसने रफीका की हत्या कर दी थी।

महिला से थे अवैध संबंध

बता दें कि रफीका एक तलाकशुदा और मकसूद आलम की भाभी थीं, जिनके साथ संजय पहले काम कर चुका था और जो संजय को अच्छी तरह से जानते भी थे।

मकसूद का गुनाह यह था कि उसने और उसकी पत्नी ने रफीका के लापता होने के बारे में पूछताछ शुरू कर दी थी और उंगली सीधे संजय पर उठ रही थी।

खाने में मिलाई नींद की दवा और उतारा मौत के घाट

यह सुनिश्चित करने के लिए कि आलम और उसकी पत्नी रफीका के लापता होने पर पुलिस के पास न जाएं, संजय ने उनके खाने में नींद की गोलियां मिला दीं और जब वे सो गए, तो उन्हें बोरे में भरकर एक सुनसान कुएं में फेंक दिया। उसने ऐसा उन सभी लोगों के साथ किया जो उस रात आलम के साथ थे, जिसमें मकसूद का पोता भी शामिल था।

वारंगल पुलिस द्वारा इसका पर्दाफाश करने से पहले यह कई दिनों तक तक यह मामला ब्लाइंड मामला था।

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