कोरबा – बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की 132 जयंती समारोह ऑल इंडिया एस सी एस टी ओ बी सी कौंसिल , सिष्टा कुसमुंडा क्षेत्र एवं सतनामी कल्याण समिति कुसमुंडा के द्वारा सयुक्त रुप से किया गया ।
इस अवसर पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की आदम कद प्रतिमा का अनावरण भारतीय स्टेट बैंक कुसमुंडा के पास किया गया साथ ही चौराहे का नामकरण डॉक्टर भीमराव अंबेडकर चौक किया गया आदम कद प्रतिमा का अनावरण मुख्य अतिथि मा. श्री विजेंद्र सिंह पाटले अपर कलेक्टर कटघोरा कोरबा के द्वारा किया गया विशिष्ट अतिथि के रुप में के के लहरें तहसीलदार कटघोरा , आर . पी. खांडे राष्ट्रीय अध्यक्ष सिस्टा ,ए.के. विश्वास महामंत्री एसईसीएल, शाहिद कुजूर वार्ड 61पार्षद, के.एन.भारद्वाजमुख्य प्रबंधक सिविल, एस एल धैर्य वरिष्ठ प्रबंधक ,प्यारेलाल आदिले,अतिथि के रूप में सतनामी कल्याण समिति कुसमुंडा के प्रमुख सलाहकार एल.पी. टंडन , भुनेश्वर दिव्य, बीएल कुर्रे, कौंसिल कुसमुंडा परियोजना के पदाधिकारी अशोक साहू अध्यक्ष , कुरु राम सचिव अन्य अतिथिगण राजेश भार्गव, पोषक दास महंत, अरूण झा,हिरणचंद्रा,एस.आर.खुटे, सुनीता पाटले, अनिता टंडन शामिल हुए स्वागत भाषण कौंसिल कुसमुंडा क्षेत्र के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार टंडन ने दिया और कहा कि 2019 से लगातार प्रयास करने से इस कार्य को पूरा करने में सफल हुए। एस ई सी एल कुसमुंडा क्षेत्र एवम प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जिन लोगों का योगदान है उन्हे धन्यवाद दिए। मुख्य अतिथि विजेंद्र सिंह पाटले ने सभी को डा भीमराव अंबेडकर जयंती की शुभकामनाए दी और डा भीमराव अंबेडकर चौक की औपचारिक घोषणा की। प्यारे लाल आदिले जी ने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षित बनोगे तभी सविधान में दिए गए अधिकार को जानेंगे विशिष्ठ अतिथि के के लहरें ने अपने उद्बोधन में बच्चों को शिक्षित बनाने पर जोर देते हुए कहा कि बच्चे देश के भविष्य है अच्छी शिक्षा दीजिए ।मंच संचालन सिस्टा कुसमुंडा क्षेत्र के अध्यक्ष के . पी . पाटले ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सतनामी कल्याण समिति कुसमुंडा के रामलाल जांगड़े सचिव,आशीष भार्गव उपाध्यक्ष, पूरन सतनामी कोषाध्यक्ष, सोहन भारद्वाज सह सचिव,नरेंद्र आदिले संगठन सचिव,राजेश मिलन सांस्कृतिक सचिव, दरस वारे अभिषेक आदिले प्रेस क्लबकुसमुंडा, महावीर खरे, अनिल वारे, राजकुमार खुटे, एस बी भारद्वाज, मोतीराम दिवाकर,सिस्टा से सुखदेव जोल्हे, डेनी चेलक, मालिक राम, तनमय टंडन, टेनू सारथी का विशेष योगदान रहा।