कुसमुंडा खदान में ग्रामीणों ने नीलकंठ ठेका कंपनी का रुकवाया काम, प्रभावितों को दरकिनार कर बाहरी लोगों को रोजगार देने का आरोप….. तपती धूप में ट्रकों के नीचे बैठने को मजबूर है ग्रामीण…
मनीष महंत की रिपोर्ट....

कोरबा – खदान विस्तार के लिए इंच इंच जमीन को तरसती कुसमुंडा प्रबंधन एक ओर ग्राम रिसदी, खोडरी इत्यादि ग्रामों के ग्रामीणों के बसावट के लिए ग्राम खमरिया में जद्दोजहद कर रही है वहीं दूसरी ओर ग्राम बरपाली के ग्रामीण एकजुट होकर बरपाली फेस में पहुंचकर ठेका कंपनी नीलकंठ का काम रोक दिए हैं।
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बीते लगभग ५ घंटे से जारी यह विरोध प्रदर्शन उनकी मूलभूत मांगों को लेकर है। ग्रामीणों का कहना है कि एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन के अधिकारी केवल आश्वासन देते हैं, आश्वासन से हमारा घर नहीं चलेगा, हमारे घरों के पास मिट्टी खुदाई का काम चल रहा है बहुत तेज ब्लास्टिंग होती है जिस वजह से हमारे घर टूट रहे हैं, खदान के पास होने के कारण जलस्तर भी गिर गया हैं, हम सभी बड़े स्तर पर प्रदूषण भी झेल रहें हैं। हमारी समस्याओं को लेकर प्रबंधन द्वारा की जा रही अनदेखी की वजह से आज हम सभी ग्रामीण आज बुधवार की सुबह 9:00 बजे से बरपाली फेस पर काम कर रहे ठेका कंपनी नीलकंठ का काम रोक दिए हैं ।आपको बता दें इस भीषण गर्मी में ग्रामीण जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल है प्रदर्शन कर रही हैं,कुछ ग्रामीण धूप से बचने ट्रकों के नीचे बैठे हुए है।
इस आंदोलन से ट्रकों की कतार लग गई है वहीं मिट्टी कटिंग व डिस्पेच का काम प्रभावित है। खबर लिखने तक यह आंदोलन जारी था।